BSA Gold Star 650: साल 1861 में शुरू हुई बर्मिंघम स्मॉल आर्मी कंपनी यानी BSA, 1950 आते- आते दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल कंपनी बन गई। इसके गुणवत्तापूर्ण और किफायती उत्पादों पर लोग आंख मूंद कर भरोसा करते थे। आजादी से पहले तक ब्रिटेन से इसे एक्सपोर्ट किया जाता था। भारतीय बाजार में अब यह वापसी कर रही है और जल्दी ही फ्लैगशिप मोटरसाइकिल गोल्ड स्टार 650 लांच करने वाली है।
15 अगस्त को होगी लॉन्च
बीते 114 सालों से मोटरसाइकिल का निर्माण कर रही कंपनी काफी लंबे समय तक भारत में मौजूद रही, लेकिन रॉयल एनफील्ड के बढ़ते प्रभाव के बीच यह गुमनाम सी हो गई। साल 2021 में कंपनी ने जावा, येजदी के साथ ही BSA मोटरसाइकिल को रियल लॉन्च करने की घोषणा की तो लोगों के जेहन में जैसे पुरानी यादें ताजा हो गई और अब 3 साल बाद आगामी 15 अगस्त 2024 को बीएसए की आईकॉनिक मोटरसाइकिल गोल्ड स्टार 650 लॉन्च हो जाएगी।
दुनिया भर की नज़रें हैं इस बाइक पर
इसकी वापसी की कई वजह बताई जा रही है। एक तो ये कि यह रॉयल एनफील्ड की मार्केट को चुनौती देगी। दूसरी ये कि लोगों के मन में बीएसए गोल्ड स्टार 650 की ऐसी इमेज बनी हुई है, जिसे मिटा पाना आसान नहीं है। कंपनी इसे भुनाने की फिराक में नजर आ रही है। ऐसा करके वह 650 सीसी सेगमेंट में रॉयल एनफील्ड की बादशाहत को चुनौती देना चाहती है। कंपनी ने इसकी ऑफिशियल इमेज जारी की है, जो सीधे लोगों के साथ कनेक्ट कर पा रही है। इसे कंपनी मॉडर्न रेट्रो डिजाइन के साथ पेश करेगी। इसके अंदर लेटेस्ट फीचर्स लगाए गए हैं। भारत समेत दुनिया भर की नजरे इस बाइक पर टिकी है।
रॉयल एनफील्ड को देगी टक्कर
कंपनी जल्द ही भारतीय बाजार में BSA मोटरसाइकिल की वापसी के साथ ही मार्केट में अपनी बादशाहत को कायम कर सकती है। इसका टाइमलेस डिजाइन और पावरफुल परफॉर्मेंस ग्राहकों को बेजोड़ कांबिनेशन देने वाला है। अनुमान लगाए जा रहे हैं कि लॉन्च के साथ ही यह रॉयल एनफील्ड की 650 ट्विन्स के साथ ही सुपर मीटियॉर 650 और शॉटगन 650 से मुकाबला करेगी। वर्तमान में कंपनी यूरोप और यूनाइटेड किंगडम के साथ भारत में दुनिया के 23 देश में अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रही है।
ऐसा रहा है कंपनी का इतिहास
पहले और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कंपनी ब्रिटिश आर्म्ड फोर्सेज के लिए फायर आर्म्स और मोटरसाइकिल बनती थी। 1950 और 60 के दशक में कंपनी ने गोल्ड स्टार और रॉकेट मॉडल लॉन्च किया। उस समय दुनिया भर में बिकने वाली 25% मोटरसाइकिल इसी ब्रांड की थी। बाइक्स के अलावा इन्होंने साइकिल, कार, बस और मिलट्री व्हीकल्स भी बनाए हैं। साल 2019 में BSA ने डैलमर कंपनी का अधिग्रहण कर लिया। यह कंपनी लग्जरी कार बनाती थी, बाद में BSA ने अपने पोर्टफोलियो में ऑटोमोबाइल प्रोडक्शन को भी शामिल कर लिया।
महिंद्रा ने किया अधिग्रहण
1960 का दशक आते- आते BSA के सामने नई- नई परेशानियां सामने आई। लेबर विवाद, वित्तीय मुश्किलों, जापानी मोटरसाइकिल कंपनियों से कंपटीशन के चलते कंपनी की हालत खराब होती गई। साल 1972 में कंपनी ने मोटरसाइकिल प्रोडक्शन को बंद कर दिया और बाकी व्यवसाय में लग गई। साल 2021 में महिंद्रा ग्रुप की यूनिट क्लासिक लीजेंड्स ने कंपनी को अधिग्रहण कर लिया और इसे री लॉन्च करने की घोषणा कर दी।